Rawalpindi Stadium पर अटैक से PSL पर मंडराया खतरा
रावलपिंडी क्रिकेट स्टेडियम (Rawalpindi Stadium) पाकिस्तान के प्रमुख क्रिकेट मैदानों में से एक है। यह इस्लामाबाद के करीब, रावलपिंडी शहर में स्थित अंतरराष्ट्रीय स्तर का मैदान है। इसकी स्थापना 1992 में हुई थी, जब इसने पुराने पिंडी क्लब ग्राउंड की जगह ली। यह इस्लामाबाद यूनाइटेड टीम का होम ग्राउंड है और उत्तरी क्षेत्र की घरेलू टीम भी यहीं अभ्यास करती है। स्टेडियम की वर्तमान दर्शक क्षमता करीब 15,000 थी जिसे आगामी टूर्नामेंटों के लिए बढ़ाकर लगभग 18,000 किया जा रहा है। पाकिस्तान में 2025 चैंपियंस ट्रॉफ़ी जैसे बड़े इवेंट की मेज़बानी को ध्यान में रखते हुए हाल ही में इसमें बड़े पैमाने पर नवीनीकरण और आधुनिक सुविधाओं को जोड़ा जा रहा है।
इस मैदान ने कई यादगार मुकाबलों की मेज़बानी की है। 1996 क्रिकेट वर्ल्ड कप के दौरान यह एक अहम स्थल था और 2004 में सचिन तेंदुलकर ने यहां 141 रनों की शानदार पारी खेली थी। यह “रावलपिंडी एक्सप्रेस” शोएब अख्तर का होम ग्राउंड भी रहा है, जहां दुनिया के सबसे तेज गेंदबाज़ ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण किया। स्टेडियम की भौगोलिक स्थिति भी ख़ास है – यह पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद से मात्र 20 मिनट की दूरी पर है और राजधानी क्षेत्र का इकलौता अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम माना जाता है।
एक समय था जब पाकिस्तान में सुरक्षा हालात के चलते अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट रुक गया था। मार्च 2009 में लाहौर में श्रीलंकाई क्रिकेट टीम की बस पर हुए आतंकवादी हमले के बाद विश्व भर की टीमें पाकिस्तान आने से कतराने लगीं। नतीजतन, 13 साल तक पाकिस्तान में कोई बड़ा अंतरराष्ट्रीय मैच नहीं हुआ। दिसंबर 2019 में रावलपिंडी स्टेडियम में टेस्ट क्रिकेट की वापसी हुई, जब करीब 15 साल बाद यहां पहला टेस्ट मैच आयोजित किया गया। इस लंबे अंतराल के बाद रावलपिंडी समेत पाकिस्तान के दूसरे मैदानों पर दोबारा क्रिकेट रौनक लौटी, जिससे स्थानीय प्रशंसकों में उत्साह देखा गया। हाल के वर्षों में पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) ने देश में अंतरराष्ट्रीय मैचों और पाकिस्तान सुपर लीग (PSL) के माध्यम से इस स्टेडियम को सक्रिय रखने का प्रयास किया है।
हालिया घटनाएं: Rawalpindi Stadium पर ड्रोन अटैक से सनसनी
हाल ही में रावलपिंडी स्टेडियम से जुड़ी सनसनीखेज घटनाएं सामने आई हैं। ताज़ा खबरों के मुताबिक, मई 2025 के पहले हफ्ते में स्टेडियम के पास एक जोरदार धमाका सुना गया, जिसने अफरा-तफरी का माहौल बना दिया। बताया जा रहा है कि यह धमाका एक ड्रोन के क्रैश होने से हुआ। यह घटना ऐसे समय हुई जब उसी शाम को यहां PSL 2025 का एक अहम मैच खेला जाना था। गुरुवार रात 8 बजे पेशावर ज़ल्मी बनाम कराची किंग्स के बीच मुकाबला तय था, लेकिन उससे कुछ घंटे पहले ही स्टेडियम के नज़दीक एक संदिग्ध ड्रोन आकर गिर पड़ा। ड्रोन के टकराने से पास की एक इमारत (संभवत: रेस्टोरेंट) को आंशिक नुकसान पहुंचा और दो लोग घायल होने की खबर है, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। अचानक हुई इस घटना से सुरक्षा एजेंसियों में हड़कंप मच गया और तुरंत इलाक़े को सील करके जाँच शुरू कर दी गई।
यह घटना ऐसे समय पर हुई जब भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव अपने चरम पर है। रिपोर्टों के अनुसार, इस ड्रोन घटना के पीछे दोनों देशों के बीच चल रही सैन्य तनातनी का हाथ हो सकता है। पाकिस्तानी अधिकारियों ने दावा किया है कि भारत द्वारा पाकिस्तान के कई शहरों में ड्रोन हमले किए गए, जिनमें रावलपिंडी भी शामिल है। दूसरी ओर भारतीय मीडिया की रिपोर्टों में कहा गया कि यह कार्रवाई पाकिस्तान द्वारा पहले कश्मीर सीमा पर की गई हरकतों का जवाब थी। भारतीय सेना ने हाल ही में “ऑपरेशन सिंदूर” नाम का मिशन चलाकर पाकिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर में स्थित आतंकवादी ठिकानों पर लक्षित हमले किए। इस ऑपरेशन को 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले का बदला बताया जा रहा है। दोनों देशों के बीच इस बढ़ते तनाव के बीच ही रावलपिंडी स्टेडियम के पास ड्रोन गिरने की घटना हुई, जिससे कयास लगाए जा रहे हैं कि यह भी उसी सैन्य संघर्ष का हिस्सा था।
ड्रोन अटैक की ख़बर के साथ-साथ पाकिस्तान के अन्य शहरों से भी धमाकों की सूचनाएं आईं। लाहौर के वाल्टन रोड इलाके में तीन विस्फोट होने की खबर है, जिससे पूरे शहर में दहशत फैल गई। वहाँ आसमान में धुएँ के गुबार देखे गए और एहतियातन लाहौर व सियालकोट के हवाई अड्डों से कुछ उड़ानों को अस्थायी रूप से रद्द करना पड़ा। इसी तरह कराची शहर में भी धमाकों की अपुष्ट खबरें सोशल मीडिया पर वायरल रहीं। इन घटनाओं ने पूरे देश में सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ा दी है। लोग याद करने लगे हैं कि एक दशक पहले पाकिस्तान में क्रिकेट क्यों बंद हुआ था, और दुआ कर रहे हैं कि हालात फिर से वैसे ना बनें।
PSL 2025 पर प्रभाव: मैच रद्द, शेड्यूल में उथल-पुथल
इन घटनाओं का सबसे तात्कालिक असर पाकिस्तान सुपर लीग (PSL) 2025 पर पड़ा है। जिस दिन रावलपिंडी स्टेडियम (rawalpindi stadium) के पास यह ड्रोन क्रैश हुआ, उसी दिन का PSL मैच आज के लिए निर्धारित था। सुरक्षा चिंता के चलते आज का PSL मैच तत्काल प्रभाव से रद्द करना पड़ा। पेशावर ज़ल्मी और कराची किंग्स के बीच होने वाले इस मुक़ाबले को भविष्य के लिए टाल दिया गया। इसके अलावा अगली शाम होने वाला लाहौर कलंदर्स बनाम पेशावर ज़ल्मी का मैच भी ऐहतियातन स्थगित कर दिया गया। पहले से तैयार PSL शेड्यूल एक झटके में अस्त-व्यस्त हो गया है।
PCB (पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड) ने आपात बैठक बुलाई और सभी फ्रैंचाइज़ मालिकों तथा सुरक्षा एजेंसियों के साथ मिलकर हालात की समीक्षा की। बोर्ड के एक सूत्र ने पुष्टि की कि रावलपिंडी में होने वाले सभी बाकी मैच रद्द या रीशेड्यूल किए जा रहे हैं। शुरुआत में 7 से 10 मई तक रावलपिंडी में लगातार मैच रखे गए थे, लेकिन अब इन फ़िक्स्चर को अन्यत्र कराने पर विचार हो रहा है। एक विकल्प के तौर पर कराची को बाकी मैचों की मेज़बानी के लिए चुना गया है। सूत्रों के मुताबिक PCB अब शेष PSL 2025 के मैच कराची में आयोजित करने की तैयारी कर रहा है। कराची में प्रांतीय सरकार (सिंध सरकार) ने PSL प्रबंधकों को पूरी सिक्योरिटी देने का भरोसा दिया है, ताकि टूर्नामेंट बिना किसी और रुकावट के संपन्न हो सके। टीमों के लिए पाँच सितारा होटलों में पर्याप्त इंतज़ाम करने और शहर में ट्रैफ़िक व अन्य व्यवस्थाएं दुरुस्त रखने के निर्देश भी जारी किए गए हैं।
हालांकि PCB आधिकारिक रूप से टूर्नामेंट को जारी रखने की बात कह रहा है, लेकिन अंदरखाने यह भी चर्चा है कि अगर तनाव बढ़ता है तो PSL को विदेश में शिफ्ट करना पड़ सकता है। कुछ रिपोर्टों में दावा किया गया कि बोर्ड ने दुबई या दोहा में मैच कराने की संभावना पर भी विचार किया, हालाँकि लागत और व्यवस्थाओं के चलते यह अंतिम विकल्प होगा। फिलहाल बोर्ड स्थिति पर नज़र बनाए हुए है और जैसे-जैसे मामले स्पष्ट होंगे, नए कार्यक्रम की घोषणा करेगा। एक प्रवक्ता ने बयान दिया, “PCB परिस्थिति की समीक्षा कर रहा है और PSL मैचों को पुनर्निर्धारित किया जाएगा। जैसे ही फैसले होते हैं, आगे की अपडेट दी जाएगी।”
खिलाड़ियों और अधिकारियों की प्रतिक्रिया
रावलपिंडी स्टेडियम (rawalpindi stadium) के पास हुए इस हादसे के बाद PSL में भाग ले रहे खिलाड़ियों और टीम अधिकारियों में हलचल मच गई। खासकर विदेशी खिलाड़ी इसकी खबर से सतर्क हो गए हैं। इंग्लैंड के कई क्रिकेटर जो PSL 2025 में विभिन्न टीमों की ओर से खेल रहे हैं, उन्होंने अपनी सुरक्षा को लेकर चिंता जताई है। ब्रिटिश अख़बार The Telegraph की एक रिपोर्ट के मुताबिक इंग्लिश खिलाड़ी दो धड़ों में बंट गए हैं – कुछ का मानना है कि टूर्नामेंट जारी रखना चाहिए, जबकि कुछ तुरंत पाकिस्तान छोड़कर वापस जाने का मन बना रहे हैं। वर्तमान PSL सत्र में जेम्स विंस, टॉम कर्रन, सैम बिलिंग्स, क्रिस जॉर्डन, डेविड विली, ल्यूक वुड और टॉम कोहलर-कैडमोर जैसे सात इंग्लिश खिलाड़ी हिस्सा ले रहे हैं।
साथ ही इंग्लैंड के पूर्व क्रिकेटर रवि बोपारा बतौर कोच तथा महिला क्रिकेटर एलेक्स हार्टली कमेंट्री/कोचिंग स्टाफ में शामिल हैं। इन सभी ने मिलकर लीग में बने रहने या छोड़ने पर चर्चा की है। इंग्लैंड एवं वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ECB) ने भी स्थिति की गंभीरता को देखते हुए एक आपात मीटिंग बुला ली है, जिसमें पाकिस्तान में मौजूद अपने खिलाड़ियों की सिक्योरिटी पर विचार किया जा रहा है। विदेशी खिलाड़ियों की चिंता को देखते हुए PCB और स्थानीय प्रशासन उन्हें विश्वास दिलाने में जुट गए हैं कि हरसंभव सुरक्षा प्रदान की जाएगी।
पाकिस्तान टीम व अधिकारियों ने भी अफसोस और चिंता जाहिर की है। PCB के अंतरिम प्रबंधन ने बयान में कहा कि उन्हें घटनाओं का दुख है लेकिन खिलाड़ियों की सुरक्षा पहली प्राथमिकता है। बोर्ड चेयरमैन और सरकार निरंतर संपर्क में हैं और स्थिति सामान्य होने पर ही मैच दोबारा शुरू होंगे। स्थानीय खिलाड़ियों में से अधिकांश ने सोशल मीडिया पर फैन्स को संयम रखने और अफ़वाहों पर ध्यान ना देने की अपील की है। फैन्स की भावनाओं की बात करें तो, कई प्रशंसक निराश हैं कि उन्हें पसंदीदा टीमों का मुकाबला देखने को नहीं मिला। मगर ज्यादातर फैन्स भी यही कह रहे हैं कि खिलाड़ियों और दर्शकों की सुरक्षा सबसे ज़रूरी है। ट्विटर और फेसबुक पर कुछ लोग PSL जारी रखने की मांग कर रहे हैं, तो कुछ इस सीज़न को यहीं समाप्त करके सभी विदेशी खिलाड़ियों को सकुशल घर भेजने की बात कह रहे हैं। कुल मिलाकर माहौल चिंतित लेकिन उम्मीदभरा है – पाकिस्तानी प्रशंसक चाहते हैं कि हालात काबू में आते ही फिर से क्रिकेट की रौनक लौटे।
सुरक्षा चिंताएं और सरकारी जवाब
इन घटनाओं ने पाकिस्तान में खेल आयोजनों की सुरक्षा पर बड़े सवाल खड़े कर दिए हैं। रावलपिंडी अटैक के बाद स्टेडियम और उसके आसपास के क्षेत्र में सिक्योरिटी बढ़ा दी गई है। पाकिस्तानी सेना और पुलिस ने घटना के तुरंत बाद स्टेडियम की घेराबंदी करके तलाशी अभियान चलाया। विशेषज्ञ यह पता लगाने में जुटे हैं कि गिरा हुआ ड्रोन किसी सैन्य कार्रवाई का हिस्सा था या जासूसी के मकसद से उड़ रहा था। शुरुआती जांच में इसे बाहरी हमला माना जा रहा है, इसलिए आस-पास मौजूद सभी ड्रोन मलबे और विस्फोटक अवशेषों को इकट्ठा कर लैब में जांच के लिए भेजा गया है।
पाकिस्तान सरकार और सेना के वरिष्ठ अधिकारियों ने भी सार्वजनिक बयानों में इस घटना की निंदा की है। पाक सेना के प्रवक्ता मेजर जनरल अहमद शरीफ़ चौधरी (DG ISPR) ने मीडिया को जानकारी दी कि देश के कई शहरों में कुल मिलाकर 25 के करीब भारतीय ड्रोन मार गिराए गए हैं। सरकारी बयान के अनुसार, इन हमलों में एक पाकिस्तानी नागरिक की मृत्यु हुई और चार सैनिक घायल हुए। सूचना प्रसारण मंत्री ने इसे भारत की “कायराना हरकत” कहते हुए अंतरराष्ट्रीय मंचों पर मामला उठाने की बात कही। वहीं भारत सरकार ने आधिकारिक तौर पर इन कार्रवाइयों को आतंकवाद के खिलाफ आवश्यक कदम बताया है।
इन सिक्योरिटी अलर्ट के बीच, PCB लगातार प्रशासन के संपर्क में है। बोर्ड ने आश्वासन दिया है कि PSL के लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम पहले से थे और अब उन्हें और कड़ा किया जा रहा है। सभी टीमों को अतिरिक्त सुरक्षा बल मुहैया कराए गए हैं, होटल से स्टेडियम आने-जाने वाले रास्तों पर भी निगरानी बढ़ा दी गई है। स्टेडियम में प्रवेश पर कड़ी जाँच, मेटल डिटेक्टर, स्निफर डॉग और स्पेशल कमांडो तैनात किए गए हैं। कहा जा रहा है कि फाइनल सहित बाकी मैच अगर होते हैं तो बिना दर्शकों (क्लोज़्ड डोर) कराने पर भी विचार हो सकता है, ताकि भीड़ की सुरक्षा चिंता न रहे। मैदान के ऊपर नो-फ़्लाइ ज़ोन लागू करने की मांग भी जोर पकड़ रही है, जिससे भविष्य में इस तरह के ड्रोन हमलों को रोका जा सके।
स्टेडियम की प्रतिष्ठा पर असर
अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि आगे क्या होगा? यदि भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव जल्द कम नहीं हुआ तो PSL 2025 का शेष भाग कराची में संपन्न करना पड़ेगा या बदतर स्थिति में रद्द भी करना पड़ सकता है। फिलहाल लीग चरण के कुछ मैच बचे हैं और प्ले-ऑफ़ मुकाबले तय हैं, जिनका फाइनल 18 मई को लाहौर में निर्धारित है। PCB उम्मीद कर रहा है कि कराची में शांति से मैच आयोजित करके टूर्नामेंट को पूरा किया जा सकेगा। प्रशंसकों और खिलाड़ियों की दुआ भी है कि कोई और बाधा न आए। पाकिस्तानी प्रशासन ने कड़ा रुख अपनाते हुए दुनिया को भरोसा दिलाने की कोशिश की है कि आज का PSL मैच न हो पाने के बावजूद वे जल्द हालात काबू कर लेंगे और खेल फिर पटरी पर आ जाएगा।
रावलपिंडी क्रिकेट स्टेडियम (rawalpindi stadium) की प्रतिष्ठा पर इन घटनाओं का असर अवश्य पड़ा है। एक ओर जहां इसे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की बहाली का प्रतीक माना जा रहा था, वहीं अब सुरक्षा संबंधी चर्चा का केंद्र बन गया है। अंतरराष्ट्रीय जगत में यह संदेश गया है कि पाकिस्तान में क्रिकेट आयोजन अभी भी चुनौतियों से खाली नहीं हैं। खासकर आगामी आयोजनों पर निगाह रखने वाले आईसीसी (ICC) और अन्य क्रिकेट बोर्ड इन घटनाओं का संज्ञान लेंगे। PSL न्यूज़ और दुनिया भर की सुर्खियों में रावलपिंडी स्टेडियम का नाम आना, पाकिस्तान क्रिकेट के लिए चिंता का विषय है। इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड जैसी टीमों ने हाल के वर्षों में सुरक्षा क्लियरेंस मिलने के बाद ही पाकिस्तान का दौरा किया था। अब फिर से विदेशी टीमों के मन में शंका पैदा हो सकती है।
इसके साथ ही चैंपियंस ट्रॉफ़ी 2025 की मेज़बानी पर भी नज़र है, जो पाकिस्तान में होनी है और रावलपिंडी एक संभावित वेन्यू है। अगर सुरक्षा हालात में सुधार नहीं हुआ तो आईसीसी को मेज़बानी के फैसले पर पुनर्विचार करना पड़ सकता है, या अतिरिक्त सुरक्षा प्रोटोकॉल लगाने पड़ेंगे। पाकिस्तान के क्रिकेट प्रशंसक नहीं चाहते कि 2009 जैसी स्थिति दोबारा बने जब एक हमले ने उनके मैदान सूने कर दिए थे। इसलिए सरकार से लेकर आम जनता तक, सबकी कोशिश यही है कि सुरक्षा सुनिश्चित कर के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की राह में रोड़े न आने दिए जाएं।
रावलपिंडी क्रिकेट स्टेडियम (rawalpindi stadium) पर हालिया हमला और धमाके ने सभी को झकझोर दिया है। एक ओर यह पाकिस्तान के क्रिकेट जगत के लिए मुश्किल घड़ी है, तो दूसरी ओर यह सिक्योरिटी व्यवस्था को और मजबूत बनाने का सबक भी है। PSL 2025 को जारी रखने की जद्दोजहद से लेकर आने वाले आयोजनों की तैयारी तक, हर स्तर पर चुनौतियाँ हैं। फिर भी क्रिकेट प्रेमी उम्मीद का दामन थामे हुए हैं। रावलपिंडी हो या पाकिस्तान का कोई और स्टेडियम, खेल की रौशनी फिर से चमके – इसी कामना के साथ सभी निगाहें हालात के सुधरने पर टिकी हैं।