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iPhone 17 Pro Max का Bold डिज़ाइन और Future Tech का मेल

iPhone 17 Pro Max

iPhone 17 Pro Max

Apple अपने हर नए iPhone मॉडल में इनोवेशन लाने के लिए जानी जाती है। iPhone 17 Pro Max (अपेक्षित लॉन्च सितंबर 2025) के साथ भी कंपनी एक बड़े परिवर्तन की तैयारी में है। अफवाहों के मुताबिक यह iPhone X (2017) के बाद डिज़ाइन में सबसे बड़ा बदलाव ला सकता है। इस ब्लॉग में हम iPhone 17 Pro Max के संभावित नए डिज़ाइन, डिस्प्ले तकनीक, पोर्टलेस फीचर्स, कैमरा अपग्रेड, बायोमेट्रिक सुरक्षा और AI आधारित स्मार्ट इंटरफ़ेस जैसी पहलुओं पर नजर डालेंगे। ये सारे अनुमान वर्तमान लीक और इंडस्ट्री ट्रेंड पर आधारित हैं, जो दिखाते हैं कि अगला प्रो मैक्स iPhone कितना उन्नत हो सकता है।

डिज़ाइन में संभावित बदलाव

iPhone 17 Pro Max के हार्डवेयर डिज़ाइन में बड़े बदलाव देखने को मिल सकते हैं। माना जा रहा है कि Apple पहली बार अपने प्रो मॉडल में सामग्री (मटेरियल) और बॉडी संरचना दोनों को बदलेगा। मैटेरियल की बात करें तो, अफवाह है कि iPhone 17 Pro/Pro Max में अब तक उपयोग हो रहे स्टेनलेस स्टील या टाइटेनियम फ्रेम की जगह एल्यूमिनियम फ्रेम होगा।

दरअसल, रिपोर्ट्स के अनुसार Apple एक आधा ग्लास व आधा एल्यूमिनियम बैक पैनल डिज़ाइन पर काम कर रहा है ताकि डिवाइस पहले से ज्यादा टिकाऊ हो सके। बैक का निचला हिस्सा ग्लास रहेगा जिससे MagSafe वायरलेस चार्जिंग संभव होगी, जबकि ऊपरी हिस्से में मज़बूत एल्यूमिनियम होगा। एल्यूमिनियम फ्रेम अपनाने से वजन कम होने और उत्पादन में आसानी होने की उम्मीद है, क्योंकि टाइटेनियम की तुलना में एल्यूमिनियम हल्का और प्रोसेस करने में सरल होता है।

शेप व बॉडी स्ट्रक्चर के मामले में भी परिवर्तन संभावित हैं। अफवाहों के मुताबिक 2025 में Apple एक बिल्कुल नया iPhone 17 “Air” मॉडल पेश करेगा जो बेहद पतला होगा – करीब 6 मिमी या उससे कम मोटाई के साथ। संदर्भ के लिए, वर्तमान iPhone 16 Pro लगभग 7.8 मिमी मोटा है, तो नया Air मॉडल आश्चर्यजनक रूप से पतला होगा। यह इंगित करता है कि iPhone 17 सीरीज़ में Apple स्लिम डिज़ाइन पर खास जोर दे रही है।

इस अल्ट्रा-पतले ढांचे को हासिल करने के लिए कंपनी को इंटरनल कंपोनेंट्स को फिर से व्यवस्थित करना पड़ा है। रिपोर्ट के अनुसार Apple उच्च घनत्व वाली बैटरी सेल और उन्नत थर्मल मैनेजमेंट प्रयोग कर रही है ताकि पतली चेसिस में भी बैटरी लाइफ और परफॉर्मेंस बरकरार रहे। बता दें कि इस साल Apple ने बड़े स्क्रीन वाले Plus मॉडल को लाइनअप से हटाने का निर्णय लिया है। उसकी जगह यह नया पतला iPhone 17 Air मॉडल मिड-रेंज ऑप्शन के तौर पर आएगा, जो आकार में 6.6 इंच के करीब हो सकता है।

डिज़ाइन में एक और दिलचस्प बदलाव कैमरा मॉड्यूल से जुड़ा है, जिस पर हम आगे विस्तृत चर्चा करेंगे। कुल मिलाकर, नए मटेरियल, पतले प्रोफाइल और रिडिज़ाइन्ड कैमरा लेआउट के साथ iPhone 17 Pro Max का लुक और फील पहले के मुकाबले काफी नया और फ्रेश होगा। Apple की यह डिज़ाइन अप्रोच iPhone को और प्रीमियम लुक देने के साथ-साथ मजबूती भी बढ़ाएगी।

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डिस्प्ले टेक्नोलॉजी में इनोवेशन

iPhone 17 Pro Max की डिस्प्ले तकनीक में कई उन्नयन होने की संभावना है। सबसे पहले, पूरी iPhone 17 सीरीज़ के सभी मॉडल्स में इस बार LTPO OLED ProMotion डिस्प्ले दिया जा सकता है, मतलब हर मॉडल में 120Hz रिफ्रेश रेट सपोर्ट होगा। अब तक हाई रिफ्रेश रेट जैसे फीचर सिर्फ प्रो मॉडल तक सीमित थे, लेकिन 2025 में Apple अपने नॉन-प्रो iPhones में भी स्मूथ 120Hz स्क्रीन लाने पर विचार कर रही है। LTPO तकनीक की बदौलत सभी iPhone 17 मॉडल्स में बैटरी प्रभावी ढंग से मैनेज करते हुए ProMotion और संभवतः ऑलवेज-オン डिस्प्ले फीचर भी आ सकता है। हालांकि ऑलवेज-ऑन डिस्प्ले को प्रो तक सीमित रखा जाएगा या सबके लिए उपलब्ध होगा, यह अभी स्पष्ट नहीं है।

भविष्य की डिस्प्ले तकनीक की बात करें तो, Apple की नज़र माइक्रोLED पर है। MicroLED अगली पीढ़ी की डिस्प्ले टेक्नोलॉजी है जो OLED की तुलना में बेहतर ब्राइटनेस, गहरा ब्लैक लेवल, और बिजली की खपत में कमी जैसी खूबियाँ देती है। रिपोर्ट्स के अनुसार Apple सबसे पहले 2025 में अपनी Apple Watch Ultra में माइक्रोLED स्क्रीन ला सकती है, उसके बाद iPhone और iPad जैसे बड़े उपकरणों पर यह तकनीक आएगी। यानि संभावना है कि iPhone 17 में माइक्रोLED तुरंत न दिखे, लेकिन यह Apple के रोडमैप पर है और आने वाले वर्षों (संभवतः iPhone 18/19) में iPhones पर देखने को मिलेगी। माइक्रोLED डिस्प्ले से iPhone की स्क्रीन और भी ज्यादा चमकदार, ऊर्जा-कुशल और स्पष्ट होगी, जो सीधे यूज़र एक्सपीरियंस को बेहतर करेगी।

एक और बड़ी इनोवेशन हो सकती है फोल्डेबल डिस्प्ले। हालाँकि iPhone 17 Pro Max स्वयं फोल्डेबल नहीं होगा, लेकिन उद्योग में चर्चा है कि Apple एक फोल्डेबल iPhone पर काम कर रही है। विश्लेषकों की मानें तो 2026 तक Apple अपना पहला फोल्डेबल iPhone लॉन्च कर सकती है। लीक जानकारी बताती है कि Apple का फोल्डेबल डिवाइस सैमसंग Galaxy Z Fold की तरह बुक-स्टाइल फोल्ड होगा (खुलने पर टैबलेट जैसा) न कि क्लैमशेल फ्लिप जैसा।

अफवाहों के मुताबिक इस iPhone Fold में बंद अवस्था में ~5.5 इंच की बाहरी स्क्रीन और खुलने पर करीब 7.8 इंच की बड़ी इनर स्क्रीन होगी, जो लगभग एक छोटे iPad जितनी होगी। Apple सुनिश्चित करना चाहती है कि फोल्ड होने वाली स्क्रीन पर क्रीज़ (परत का निशान) ना के बराबर दिखे। फोल्डेबल डिज़ाइन हेतु टिकाऊ हिंज और नए मटेरियल (जैसे टाइटेनियम-स्टील हिंज) पर भी काम हो रहा है। संक्षेप में, भले ही iPhone 17 सीरीज में कोई फोल्डेबल मॉडल न आए, भविष्य की तकनीक के रूप में फोल्डेबल डिस्प्ले Apple के रडार पर है और iPhone 17 के आसपास के समय में ही हमें इसकी झलक देखने को मिल सकती है।

इसके अलावा, iPhone 17 Pro Max की स्क्रीन में और सुधार जैसे कि और पतले बेज़ेल (किनारे) होने की उम्मीद है। प्रत्येक नई पीढ़ी के साथ Apple डिस्प्ले के फ्रंट बॉर्डर्स को कम कर रहा है, तो iPhone 17 Pro Max अब तक की सबसे ज्यादा स्क्रीन-टू-बॉडी रेशियो वाला iPhone हो सकता है। कुल मिलाकर, डिस्प्ले इनोवेशंस के मामले में Apple अपने यूज़र्स को और बेहतर, तेज़ और इमर्सिव स्क्रीन अनुभव देने पर फोकस कर रहा है।

पोर्टलेस डिज़ाइन और वायरलेस सुविधाएँ

Apple अपने डिवाइसों को मिनिमलिस्टिक और वायरलेस बनाने की दिशा में निरंतर अग्रसर है। पोर्टलेस iPhone (बिना किसी फिज़िकल चार्जिंग/डाटा पोर्ट के) Apple का एक पुराना सपना रहा है। हाल ही में यह खबर आई कि Apple ने iPhone 17 Air मॉडल को पूरी तरह पोर्टलेस (बिना USB-C पोर्ट) बनाने पर गंभीरता से विचार किया था, जिसमें केवल वायरलेस चार्जिंग और क्लाउड-सिंकिंग द्वारा काम चलता। यानि चार्जिंग के लिए MagSafe जैसे वायरलेस माध्यम और डाटा ट्रांसफर/बैकअप के लिए iCloud या Wi-Fi का उपयोग होता।

हालांकि यूरोपियन यूनियन द्वारा USB-C पोर्ट को अनिवार्य करने के नियम और अन्य रेगुलेटरी चिंताओं की वजह से Apple को इस योजना को फिलहाल टालना पड़ा। Lightning पोर्ट हटाकर iPhone 15 में USB-C लाने के तुरंत बाद पोर्ट भी पूरी तरह हटा देना नियामकों का ध्यान आकर्षित कर सकता था। लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि Apple ने अपना पोर्टलेस विज़न छोड़ दिया है। जानकारों की मानें तो यदि पतला iPhone 17 Air बाज़ार में सफल रहता है, तो Apple भविष्य में फिर से पूरी तरह पोर्ट-फ्री iPhone लाने की कोशिश करेगी।

पोर्टलेस डिज़ाइन के कई फायदे होंगे – एक तो डिवाइस की वॉटरप्रूफिंग और डस्टप्रूफिंग और बेहतर हो जाएगी क्योंकि चार्जिंग जैक जैसी ओपनिंग नहीं होगी। दूसरा, फोन का लुक और भी क्लीन व स्लीक बनेगा, नीचे की तरफ कोई पोर्ट न होने से एक यूनिबॉडी जैसा एहसास मिलेगा।

ज़ाहिर है, पोर्ट हटने पर चार्जिंग और डाटा ट्रांसफ़र पूरी तरह वायरलेस माध्यमों से करना होगा। Apple पहले से MagSafe वायरलेस चार्जिंग (15W) को प्रमोट कर रही है, और संभावना है कि आने वाले मॉडलों में MagSafe और तेज़ तथा अधिक इफिशिएंट होगा। नया Qi2 वायरलेस चार्जिंग स्टैण्डर्ड भी मैग्नेटिक एलाइन्मेंट को सपोर्ट करता है, जिससे भविष्य के iPhones में मैगसेफ़ आधारित वायरलेस चार्जिंग इंडस्ट्री स्टैण्डर्ड बन सकता है।

डाटा ट्रांसफर के लिए Apple पहले से ही AirDrop, iCloud बैकअप और वायरलेस सिंक जैसे विकल्पों पर निर्भरता बढ़ा रही है। iPhone 17 सीरीज़ में हार्डवेयर स्तर पर भी तेज़ वायरलेस कनेक्टिविटी देखने को मिलेगी – माना जा रहा है कि कम से कम एक मॉडल (शायद iPhone 17 Air) में Apple अपना खुद का डिज़ाइन किया हुआ Wi-Fi 7 चिप शामिल करेगा।

Wi-Fi 7 मौजूदा Wi-Fi 6E से भी तेज़ स्पीड और कम लेटेंसी देगा, जिससे वायरलेस डाटा ट्रांसफर और स्ट्रीमिंग और सुगम होगी। इसके साथ ही Apple अपने खुद के 5G मोडेम चिप पर भी काम कर रही है, जो Qualcomm की जगह ले सकता है। यदि iPhone 17 सीरीज में Apple का इन-हाउस 5G मॉडेम आता है, तो हम और बेहतर नेटवर्क इंटीग्रेशन और शायद बैटरी में लाभ देख सकते हैं।

वायरलेस सुविधाओं में एक विशेष चर्चा रिवर्स वायरलेस चार्जिंग की है। अब तक iPhones में यह फीचर सक्रिय रूप से उपलब्ध नहीं रहा, लेकिन ताज़ा लीक बताते हैं कि Apple ने iPhone 17 Pro में 7.5W रिवर्स वायरलेस चार्जिंग को टेस्ट किया है। इसका मतलब यह होगा कि आप iPhone 17 Pro Max की बैक पर अपने AirPods केस या Apple Watch को रखकर उन्हें वायरलेस चार्ज कर सकेंगे – फोन खुद एक चार्जिंग पैड की तरह पावर देगा।

पहले भी iPhone में रिवर्स चार्जिंग हार्डवेयर रूप से संभव थी (iPhone 12 सीरीज में MagSafe Battery Pack को चार्ज करते समय फ़ोन बैक से उसे पावर दे सकता था), लेकिन Apple ने इसे खुलकर यूज़र के लिए सक्षम नहीं किया था। अगर iPhone 17 Pro Max में यह फीचर आता है, तो यूज़र्स अपने छोटे एक्सेसरीज़ को ऑन-द-गो चार्ज कर पाएंगे, जो Apple इकोसिस्टम को और सुविधाजनक बनाएगा।

इसके अतिरिक्त, पोर्टलेस फ्यूचर को ध्यान में रखते हुए Apple ने पहले ही कुछ कदम उठाने शुरू कर दिए हैं – जैसे हालिया iPhone मॉडल्स में भौतिक सिम ट्रे को हटाकर eSIM को अपनाना (US में पूरी तरह eSIM-ओनली iPhone 14 लॉन्च हो चुका है)। आने वाले समय में अधिक देशों के लिए भी Apple eSIM अपनाकर सिम स्लॉट नामक एक और पोर्ट/स्लॉट को हटाने की दिशा में बढ़ सकती है।

एक और संभावना है कि Apple अपने उपकरणों से भौतिक बटनों को भी अलविदा कहे। कुछ रिपोर्ट्स में दावा किया गया था कि Apple वॉल्यूम और पावर बटन को सॉलिड-स्टेट (टच-सेंसिटिव) बटन से रिप्लेस करने पर काम कर रही है, जिससे कोई मूविंग पार्ट न हो और हेप्टिक फीडबैक के ज़रिये बटन प्रेस का अहसास मिले।

यह बदलाव iPhone 15 Pro सीरीज में आने की अफवाह थी, जो अंततः टल गई, लेकिन iPhone 17 या भविष्य के मॉडल में ऐसी बटन-रहित, पोर्ट-रहित डिजाइन दर्शन दिखाई दे सकती है। कुल मिलाकर, iPhone 17 Pro Max वायरलेस और पोर्टलेस युग की ओर एक अहम कदम होगा – भले ही यह पूरी तरह पोर्टलेस न भी हो, पर इसके डिज़ाइन व फीचर्स इस दिशा में Apple की प्रतिबद्धता ज़रूर दर्शाएंगे।

कैमरा डिज़ाइन iPhone 17 Pro Max में सबसे अधिक नोटिस किए जाने वाले परिवर्तनुओं में से एक हो सकता है। अभी तक पिछले कुछ जनरेशन के iPhones (12, 13, 14, 15, 16) में पीछे की ओर एक चौकोर उभरा हुआ कैमरा मॉड्यूल रहा है जिसमें लेंस त्रिकोणीय फॉर्मेशन में लगे होते हैं। लेकिन अफवाह है कि iPhone 17 Pro/Pro Max में पारंपरिक स्क्वायर कैमरा बम्प की जगह एक हॉरिज़ॉन्टल पिल-शेप्ड कैमरा बार देखने को मिलेगा।

यह कैमरा बार फोन की पीठ के ऊपरी हिस्से में चौड़ाई में फैला होगा और गोल कोने (राउंडेड कॉर्नर) डिजाइन के साथ आ सकता है। ऐसे डिज़ाइन की झलक कुछ लीक्स में दिखी है जहां एक आयताकार कैमरा बार नए iPhone के बैक पैनल पर देखा गया। रिपोर्ट्स के अनुसार, Apple केवल Pro लाइनअप ही नहीं बल्कि पतले iPhone 17 Air मॉडल में भी यह हॉरिज़ॉन्टल कैमरा बम्प उपयोग करेगा, यानि इस बार पूरे 2025 लाइनअप में कैमरा मॉड्यूल का लुक बदला हुआ नजर आ सकता है।

इस कैमरा बार डिजाइन के पीछे व्यावहारिक कारण भी हैं। एक तो, मौजूदा ट्रिपल-कैमरा सिस्टम में कैमरों को काफी जगह चाहिए होती है – सेंसर, लेंस, LiDAR, फ्लैश इत्यादि को acomodate करने के लिए फोन की मोटाई बढ़ानी पड़ती है जिससे कैमरा उभार बनता है। Apple लगातार फोन को पतला बनाना चाहता है, इसलिए माना जा रहा है कि उसने कैमरा सिस्टम को पुनर्गठित करते हुए क्षेत्रफल (area) में फैलाने का रास्ता चुना है बजाय मोटाई बढ़ाने के। हॉरिज़ॉन्टल कैमरा बार एक तरह से फोन के ऊपर के हिस्से को थोड़ा मोटा कर देता है, लेकिन बाकी शरीर को पतला रखने में मदद मिलती है।

Google Pixel 7 जैसी डिवाइसेज़ में हमने ऐसा विज़र-स्टाइल कैमरा बार देखा है जो डिजाइन और इंजीनियरिंग दोनों उद्देश्यों से लाभदायक साबित हुआ है। AppleInsider के विश्लेषण के मुताबिक, कैमरा बार अपनाने से Apple को बड़े सेंसर, बेहतर लेंस और यहां तक कि संभावित रूप से नए टेट्राप्रिज़्म (पेरिस्कोप) टेलीफोटो लेंस के लिए जगह मिल जाएगी, जबकि फोन का निचला हिस्सा पतला रह सकेगा।

Apple के लीक्स में बताया गया है कि iPhone 17 Pro/Pro Max के कैमरा बार में भी तीन कैमरा लेंस होंगे – Wide, Ultra-Wide और Telephoto – जिनकी पोज़िशनिंग अंदर से अभी के जैसे त्रिकोणीय क्रम में ही हो सकती है, बस बम्प का फ्रेम चौकोर की बजाय आयताकार होगा। कुछ अफवाहों में यह भी कहा गया कि Apple कैमरा बम्प के मटेरियल को भी बदलकर एल्यूमिनियम कर सकती है (अभी तक कैमरा बम्प को कवर करने वाला आउटसाइड ग्लास होता था)। एल्यूमिनियम कैमरा बार अधिक मज़बूत होगा और लेंस की सुरक्षा में सुधार करेगा, साथ ही ग्लास बैक/एल्यूमिनियम बार का टू-टोन फिनिश एक नया एस्थेटिक टच देगा।

बहुत से यूज़र्स की इच्छा होती है कि फोन की पीठ एकदम फ्लैट हो और कैमरा फ्लश रहे (यानि कोई उभार न हो)। क्या नया कैमरा बार उस दिशा में कदम है? हाँ और नहीं। कैमरा बार फैला होने से फोन टेबल पर रखने पर wobble (डगमगाना) कुछ कम हो सकता है क्योंकि एक बड़ी पट्टी की वजह से संतुलन बेहतर होगा। लेकिन पूरी तरह फ्लश बनाने के लिए या तो फोन की मोटाई कैमरा मॉड्यूल की ऊँचाई जितनी करनी पड़ती, या कैमरा लेंस को छोटा करना पड़ता – दोनों ही फिलहाल संभव नहीं लगते क्योंकि पतला डिजाइन बरकरार रखना है और कैमरा क्वालिटी से भी समझौता नहीं किया जा सकता।

रिपोर्ट बताती हैं कि कैमरा बार होने के बावजूद लेंस का हल्का-सा उभार उस बार से ऊपर रहेगा, पूरी तरह समतल नहीं होगा। फिर भी, एक चौड़ा कैमरा बार देखने में अधिक संतुलित लगता है और यह डिज़ाइन में नयापन भी लाएगा जो ग्राहकों को आकर्षित करता है। हर बार जब Apple कोई मुख्य डिज़ाइन बदलाव लाता है – जैसे पिछले साल Dynamic Island या नए रंग – तो लोग उसे तुरंत नोटिस करते हैं। इसी तरह, एक कैमरा बार वाला iPhone 17 Pro Max तुरंत सबका ध्यान खींचेगा कि यह एक नया मॉडल है।

कैमरा हार्डवेयर की बात करें तो, बेहतर डिज़ाइन के साथ निश्चित रूप से अपग्रेडेड सेंसर भी आएंगे। लीक्स के अनुसार iPhone 17 Pro Max में पहला मेजर टेलीफोटो कैमरा उन्नयन दिख सकता है – शायद 48 मेगापिक्सल का टेलीफोटो लेंस, जो वर्तमान 12MP से बहुत बड़ा जंप होगा। बड़े सेंसर और नए Tetraprism periscope ज़ूम लेंस के लिए भी स्थान दिया जा रहा है, जिससे 5X या 10X ऑप्टिकल ज़ूम संभव हो सकता है।

फ्रंट कैमरा के लिए Apple 24MP अपग्रेड पर काम कर रही है, तो हो सकता है सेल्फी कैमरा रिज़ॉल्यूशन और लो-लाइट परफॉर्मेंस दोनों बेहतर हों। और जहाँ तक इनविज़िबल फ्रंट कैमरा (डिस्प्ले के नीचे छुपा हुआ) का सवाल है – यह एक भविष्य की तकनीक है जो Apple जल्द अपनाना चाहेगी, लेकिन शायद iPhone 17 में तुरंत ना दिखे। डिस्प्ले एनालिस्ट Ross Young के रोडमैप के अनुसार, Apple पहले Face ID सेंसर को डिस्प्ले के नीचे शिफ्ट करेगी और यह बदलाव अब 2026 के iPhone 18 Pro तक टल गया है। यानी iPhone 17 Pro Max में अभी भी फ्रंट कैमरा+Face ID के लिए डायनेमिक आइलैंड कटआउट रहने की संभावना है।

लेकिन 2026 में जब अंडर-स्क्रीन Face ID आएगा, तब फ्रंट कैमरा के लिए सिर्फ एक छोटा पंच-होल रह जाएगा। अंततः Apple का लक्ष्य दोनों – Face ID और फ्रंट कैमरा – को स्क्रीन के नीचे छिपाने का है, ताकि उसे जॉनी इव (Apple के पूर्व डिज़ाइन चीफ) का सपना पूरा करते हुए एक सचमुच ऑल-स्क्रीन iPhone मिल सके। कुल मिलाकर, iPhone 17 Pro Max का कैमरा सेक्शन न सिर्फ फोटोग्राफी के लिहाज़ से बल्कि डिज़ाइन के नज़रिये से भी एक बड़ी छलांग लगाने को तैयार है।

बायोमेट्रिक सुरक्षा और अनलॉकिंग

बायोमेट्रिक सिक्योरिटी, यानी Face ID और Touch ID जैसी फीचर्स, iPhone 17 Pro Max में भी काफी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। Apple अपने फेस रिकग्निशन सिस्टम Face ID को लगातार बेहतर कर रही है। वर्तमान iPhones में फेस आईडी तेज़, सटीक और अलग-अलग कोणों से भी काम करने में सक्षम हुआ है। आने वाली पीढ़ी में Apple इसे और उन्नत बना सकती है – जैसे हो सकता है Face ID और ज़्यादा वाइड एंगल से चेहरा पहचान ले या विभिन्न चेहरे के एक्सप्रेशन/अवरोध (दाढ़ी, चश्मा, मास्क आदि) में भी और विश्वसनीय हो जाए।

सबसे बड़ा परिवर्तन जो क्षितिज पर है, वह है Under-Display Face ID। Apple की योजना डिस्प्ले के नीचे Face ID सेंसर लगाने की है ताकि स्क्रीन पर नोच/कटआउट को कम किया जा सके। शुरुआती अनुमानों में यह फ़ीचर 2025 में iPhone 17 Pro में आ सकता था, लेकिन लेटेस्ट अपडेट के मुताबिक इसे ~2026 (iPhone 18 Pro) तक के लिए पोस्टपोन कर दिया गया है। Mark Gurman (Bloomberg) की रिपोर्ट भी कहती है कि 2026 या 2027 तक प्रो मॉडल्स में डायनेमिक आइलैंड छोटा हो जाएगा क्योंकि अधिक सेंसर (जैसे IR कैमरा, डॉट प्रोजेक्टर) स्क्रीन के नीचे चले जाएंगे।

यानी संभव है iPhone 17 Pro Max तक हमें मौजूदा डायनेमिक आइलैंड जैसा ही फ्रंट डिज़ाइन देखने को मिले, और उसके अगले साल Apple उसे और सिकोड़ दे। जब तक फ्रंट कैमरा खुद डिस्प्ले के नीचे नहीं चला जाता (जो कि Young के अनुसार कुछ साल बाद होगा), एक छोटा पंच-होल कैमरा उपस्थित रह सकता है। लेकिन दिशा स्पष्ट है – Apple की नज़र पूरा फ्रंट पैनल सिर्फ स्क्रीन करने पर है, जिसमें कैमरा-सेंसर दिखाई ही नहीं देंगे।

अब बात Touch ID (फिंगरप्रिंट) की। कई यूज़र्स आज भी iPhone में Touch ID की वापसी की उम्मीद रखते हैं, खासकर COVID जैसे हालातों में जब मास्क की वजह से Face ID में दिक्कतें आई थीं। Apple ने पिछले कुछ सालों में इन-डिस्प्ले फिंगरप्रिंट सेंसर की टेस्टिंग ज़रूर की, लेकिन कंपनी ने अब तक iPhone में दोबारा Touch ID नहीं जोड़ा है।

एनालिस्ट Ming-Chi Kuo के अनुसार, 2023-24 के iPhones में Under-Display Touch ID आने की संभावना नहीं थी, और वाकई iPhone 15/16 में यह नहीं आया। Kuo का मानना है कि Apple ने Face ID को मास्क के साथ काम करने जैसा सॉल्यूशन निकालकर फिंगरप्रिंट की ज़रूरत कम कर दी। Apple का फोकस अभी Face ID को ही बेहतर बनाने पर है, जो उनके इकोसिस्टम (Memoji, AR एप्स, सिक्योर पेमेंट) से भी बढ़िया तरह एकीकृत है।

हाँ, संभावनाएँ ज़रूर हैं कि भविष्य में Apple एक अतिरिक्त बायोमेट्रिक विकल्प दे – जैसे पावर बटन में Touch ID सेंसर (जैसा iPad Air में होता है) या पूरा डिस्प्ले ही फिंगरप्रिंट रीडर बन जाए। पर निकट भविष्य में (iPhone 17/18) ऐसा होने के संकेत कम हैं।

एक दिलचस्प विंदु: अफवाह वाले Apple के फोल्डेबल iPhone में बताया गया है कि Face ID की जगह एक साइड बटन Touch ID का उपयोग होगा, क्योंकि फोल्डेबल डिवाइस में अंदर की स्क्रीन पर नॉच नहीं रखना चाहेंगे और जगह बचाने को Face ID त्यागी जा सकती है। यानी जरूरत पड़ने पर Apple अलग फॉर्म फैक्टर के लिए फिंगरप्रिंट अपनाने को तैयार है, लेकिन मेनस्ट्रीम iPhones में अभी Face ID ही प्राथमिक तरीका रहेगा।

इसका अर्थ है कि iPhone 17 Pro Max में हमें Face ID 2.0 जैसी कोई चीज़ देखने को मिल सकती है – शायद तेज़ अनलॉक, अलग एंगल से अनलॉक या कम रोशनी में बेहतर परफॉर्मेंस। सिक्योरिटी के लिहाज़ से Face ID पहले से ही काफी सुरक्षित है; Apple संभवतः इसमें iris scan या अन्य एडवांस टेक जोड़ने की बजाय इसे स्क्रीन के पीछे ले जाकर डिज़ाइन सुधार पर जोर दे रही है।

अंतत:, बायोमेट्रिक सिक्योरिटी फ्रंट पर iPhone 17 Pro Max आधुनिक Face ID सिस्टम के साथ आएगा, और Touch ID की गैरमौजूदगी बरकरार रह सकती है। Apple का कहना है कि Face ID ने फिंगरप्रिंट सेंसर को रिप्लेस करके यूज़र्स को एक आसान और सुरक्षित तरीका दिया है (एक नज़र से फोन अनलॉक), और निकट भविष्य में भी कंपनी इसी विज़न को आगे बढ़ाएगी।

AI और स्मार्ट इंटरफ़ेस फीचर्स

सॉफ्टवेयर और यूज़र इंटरफ़ेस के मामले में कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) iPhone 17 Pro Max का एक प्रमुख आकर्षण होगी। Apple पहले ही iOS 17/18 में डिवाइस AI की झलक Apple Intelligence फीचर्स के ज़रिए दिखा चुकी है। iOS 18 में पेश किए गए इन फीचर्स का मकसद यूज़र को दैनिक कार्यों में AI की मदद से स्मार्ट सहायक देना है। उदाहरण के लिए, iPhone अब आपके लिए लंबी इमेल या लेक्चर नोट्स का सारांश सेकंडों में तैयार कर सकता है, ग्रुप चैट के लंबे थ्रेड का शॉर्ट वर्ज़न दे सकता है, और आपकी प्राथमिकताओं के आधार पर नोटिफिकेशन को फिल्टर कर महत्वपूर्ण अलर्ट को प्राथमिकता दे सकता है।

ये Writing Tools और स्मार्ट नोटिफिकेशन जैसे टूल Apple के इन-हाउस लैंग्वेज मॉडल और डिवाइस की निजी सीख के जरिए चलते हैं, और ख़ास बात यह है कि यह सब आपकी डिवाइस पर होता है न कि किसी क्लाउड सर्वर पर। Apple का जोर है कि AI सुविधाएँ उपयोगकर्ता के व्यक्तिगत डेटा की गोपनीयता बरकऱार रखते हुए दी जाएं – आपके iPhone का Neural Engine आपके डेटा पर लोकल प्रोसेसिंग करता है, जिसमें आपकी प्राइवेसी पूरी तरह सुरक्षित रहती है।

iPhone 17 Pro Max में AI-संबंधित क्षमताएँ और ऊंचाई छूने की उम्मीद है, क्योंकि इसका हार्डवेयर Apple की अब तक की सबसे शक्तिशाली चिप लेकर आएगा। अफवाह है कि यह डिवाइस नए 3nm आधारित A19 Bionic/Pro चिपसेट से लैस होगा और खास तौर पर Pro Max मॉडल में RAM को बढ़ाकर 12GB किया जाएगा। अधिक रैम और तेज़ Neural Engine का सीधा अर्थ है – ज्यादा उन्नत ऑन-डिवाइस AI प्रोसेसिंग।

एक रिपोर्ट के मुताबिक Apple ने iPhone 15 Pro में ही कुछ AI फीचर्स (Apple Intelligence) इसलिए सीमित रखे थे क्योंकि उसमें 8GB RAM थी, जबकि आने वाले iPhone 17 Pro Max के 12GB RAM होने से iOS 19 में और भी एडवांस AI फीचर्स मिल सकेंगे। Apple खुद कहती है कि उसके AI फीचर्स एक नए स्तर की प्राइवेसी स्थापित करते हैं, जहां यूज़र के पर्सनल कॉन्टेक्स्ट पर आधारित मशीन लर्निंग होती है लेकिन डेटा डिवाइस से बाहर नहीं जाता।

तो practically iPhone 17 Pro Max में हमें किन नए AI-चालित फीचर्स की उम्मीद करनी चाहिए? सबसे पहले, Siri में बड़ा अपग्रेड संभव है। Siri को लेकर माना जाता है कि Apple उसे और अधिक conversational और context-aware बनाने पर काम कर रही है, ताकि वह ChatGPT जैसे नेचुरल लैंग्विज मॉडल्स का लाभ उठा पाए। iOS 19 में Siri के अधिक बुद्धिमान होने की ख़बरें हैं, जिससे वह मल्टी-स्टेप रिक्वेस्ट हैंडल करना, व्यक्तिगत सलाह देना (जैसे “मेरी आज शाम की मीटिंग के लिए एक रिमाइंडर सेट करो और रास्ते में कॉफ़ी के लिए अलर्ट कर दो” जैसी कॉम्प्लेक्स कमांड) संभव हो सकेगा।

Apple के प्रतियोगी (Google, Samsung आदि) अपने फ़ोन्स में AI का भरपूर प्रयोग कर रहे हैं – जैसे गूगल Pixel में कॉल स्क्रीनिंग, ऑटोमैटिक ईमेल कंपोज़, फोटो एडिटिंग में AI इत्यादि। Apple भी iPhone 17 Pro Max में फोटो एडिटिंग और कैमरा सॉफ्टवेयर को और स्मार्ट बना सकती है – मसलन फोटो में किसी ऑब्जेक्ट को अपने आप पहचानकर बैकग्राउंड हटाना, या गैलरी में आपके बेहतर शॉट्स सिलेक्ट कर हाइलाइट बनाना, ये सब AI से संभव है। अब जब iPhone 17 में कैमरा हार्डवेयर अपग्रेड होगा, Apple उसे सपोर्ट करने के लिए कंप्यूटेशनल फोटोग्राफी के नए एल्गोरिथ्म (AI द्वारा संचालित) भी ला सकती है।

यूज़र इंटरफ़ेस भी AI से अधिक जुड़ जाएगा। कल्पना करें कि आपका iPhone आपकी दिनचर्या सीखे और उसी अनुसार आपको सुझाव दे – सुबह उठते ही न्यूज़ विडगेट दिखाना, ऑफिस पहुँचने पर मीटिंग शॉर्टकट्स सजेस्ट करना, जिम जाते समय ऑटोमेटिक आपका वर्कआउट प्लेलिस्ट चालू कर देना, इत्यादि। वर्तमान में iOS में Siri Suggestions और Automation हैं, लेकिन iPhone 17 Pro Max की बढ़ी हुई AI क्षमता इन्हें और personal तथा real-time बना सकती है।

Apple Vision Pro (AR/VR हेडसेट) के आने के बाद iPhone का रोल एक स्मार्ट कंट्रोलर का भी होगा – संभव है iPhone 17 Pro Max, Vision Pro के साथ मिलकर काम करने के लिए नई AI क्षमताएँ रखे (जैसे 3D स्पेशल वीडियो रिकॉर्ड करना जिसे Vision Pro पर देखा जा सके, यह फीचर iPhone 15 Pro ने शुरू किया था और आगे और निखरेगा)।

इन सबके अलावा सुरक्षा और सुविधाओं के लिए भी AI को लाया जाएगा। Apple मशीन लर्निंग का उपयोग स्पैम कॉल/मेसेज फ़िल्टर करने, कीबोर्ड ऑटो-कर्रेक्शन बेहतर करने (iOS 17 में नया ट्रांसफॉर्मर मॉडल बेस्ड ऑटो-कर्रेक्शन आया है), लाइव ट्रांसलेट/ट्रांसक्राइब करने आदि में कर रही है।

iPhone 17 Pro Max इन क्षेत्रों में और भी तेज़ तथा सटीक होगा। उदाहरण के लिए, आप किसी भी ऐप में टाइप करते समय AI की मदद से पूरी वाक्य संरचना सुधार सकते हैं या अपने शब्दों को रिफाइन कर सकते हैं – ये फीचर iOS 18 में लिमिटेड रूप से आया था और आगे और व्यापक होगा। कुल मिलाकर, AI और इंटेलिजेंट इंटरफ़ेस iPhone 17 Pro Max को एक पावरफुल पर्सनल असिस्टेंट में परिवर्तित कर देंगे। जहाँ हार्डवेयर आपकी कमांड्स को तेजी से प्रोसेस करेगा, वहीं सॉफ्टवेयर आपकी आदतों से सीखकर फ़ोन के इस्तेमाल को पहले से कहीं अधिक सहज और व्यक्तिगत बना देगा।

iPhone 17 Pro Max के संभावित फीचर्स और बदलावों को देखकर लगता है कि Apple अगली पीढ़ी के स्मार्टफोन को लेकर काफी महत्वाकांक्षी है। एक तरफ नए मटेरियल, पतला डिज़ाइन, और पोर्टलेस भविष्य की झलक है, तो दूसरी ओर अत्याधुनिक डिस्प्ले, कैमरा सिस्टम और AI-पावर्ड सॉफ्टवेयर अनुभव है। यह आगामी iPhone शायद पिछले कई वर्षों की तुलना में सबसे बड़ा अपग्रेड पैकेज लेकर आएगा।

बेशक, इनमें से कुछ फीचर्स अफवाहों पर आधारित हैं और ऐन लॉन्च के समय Apple की योजनाएँ बदल भी सकती हैं, लेकिन जिन विश्वसनीय सूत्रों से ये जानकारियाँ मिली हैं, उनसे उम्मीद बंधती है कि iPhone 17 Pro Max अपने नाम के अनुरूप वास्तव में “Pro Max” इनोवेशन पेश करेगा।

अंततः Apple का लक्ष्य एक ऐसा iPhone बनाना है जो डिज़ाइन में खूबसूरत, तकनीक में बेहतरीन और उपयोग में बेहद स्मार्ट हो। iPhone 17 Pro Max के संभावित डिज़ाइन और भविष्य की तकनीक हमें दिखाते हैं कि स्मार्टफोन का अगला कदम क्या हो सकता है – एक ऐसा डिवाइस जो पूरी तरह वायरलेस हो, जिसके सामने बस स्क्रीन हो बिना किसी notch या बटन के, जो DSLR सरीखा कैमरा पावर दे, और आपके निजी डिजिटल असिस्टेंट की तरह हर समय सीखता व मदद करता रहे।

तकनीक प्रेमी बेसब्री से सितंबर 2025 का इंतज़ार कर रहे हैं जब ये अफवाहें हकीकत में बदलेंगी और हम देखेंगे कि Apple ने अपने प्रतिष्ठित iPhone को किस तरह नई ऊँचाइयों पर पहुंचाया है।

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